महाभारतम् — 12.283.12
Original
Segmented
ततो मोह-परीताः ते न अपश्यन्त यथा पुरा परस्पर-अवमर्देन वर्तयन्ति यथासुखम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| मोह | मोह | pos=n,comp=y |
| परीताः | परी | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| न | न | pos=i |
| अपश्यन्त | पश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| यथा | यथा | pos=i |
| पुरा | पुरा | pos=i |
| परस्पर | परस्पर | pos=n,comp=y |
| अवमर्देन | अवमर्द | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वर्तयन्ति | वर्तय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |