महाभारतम् — 12.283.13
Original
Segmented
तान् प्राप्य तु स धिग्दण्डो न कारणम् अतो ऽभवत् ततो ऽभ्यगच्छन् देवान् च ब्राह्मणान् च अवमन्य ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धिग्दण्डो | धिग्दण्ड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| कारणम् | कारण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अतो | अतस् | pos=i |
| ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽभ्यगच्छन् | अभिगम् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अवमन्य | अवमन् | pos=vi |
| ह | ह | pos=i |