महाभारतम् — 12.283.5
Original
Segmented
अपूर्विणा न कर्तव्यम् कर्म लोके विगर्हितम् कृत-पूर्विनः तु त्यजतो महान् धर्म इति श्रुतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपूर्विणा | अपूर्विन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| कर्तव्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| विगर्हितम् | विगर्ह् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
| पूर्विनः | पूर्विन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| त्यजतो | त्यज् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| श्रुतिः | श्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |