महाभारतम् — 12.285.24
Original
Segmented
स्वेषु दारेषु संतोषः शौचम् नित्य-अनसूय-ता आत्म-ज्ञानम् तितिक्षा च धर्माः साधारणा नृप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वेषु | स्व | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| दारेषु | दार | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| संतोषः | संतोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शौचम् | शौच | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| नित्य | नित्य | pos=a,comp=y |
| अनसूय | अनसूय | pos=a,comp=y |
| ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तितिक्षा | तितिक्षा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| धर्माः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| साधारणा | साधारण | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |