महाभारतम् — 12.286.35
Original
Segmented
यः तु प्रीति-पुरोगेन चक्षुषा तात पश्यति दीप-उपमानि भूतानि यावद् अर्चिः न नश्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
| पुरोगेन | पुरोग | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पश्यति | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दीप | दीप | pos=n,comp=y |
| उपमानि | उपम | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| यावद् | यावत् | pos=i |
| अर्चिः | अर्चिस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| नश्यति | नश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |