महाभारतम् — 12.287.22
Original
Segmented
अधस् तिर्यक्-गतिम् च एव स्वर्गे च एव पराम् गतिम् प्राप्नोति स्व-कृतेभिः आत्मा प्राज्ञस्य इह इतरस्य च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अधस् | अधस् | pos=i |
| तिर्यक् | तिर्यञ्च् | pos=a,comp=y |
| गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| स्वर्गे | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| कृतेभिः | कृत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्राज्ञस्य | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| इतरस्य | इतर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |