महाभारतम् — 12.29.82
Original
Segmented
यौवनाश्वो यदा आङ्गारम् समरे समयोधयत् विस्फारैः धनुषो देवा द्यौः अभेदि इति मेनिरे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यौवनाश्वो | यौवनाश्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यदा | यदा | pos=i |
| आङ्गारम् | आङ्गार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| समयोधयत् | संयोधय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| विस्फारैः | विस्फार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| धनुषो | धनुस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| द्यौः | दिव् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अभेदि | भिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| इति | इति | pos=i |
| मेनिरे | मन् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |