महाभारतम् — 12.29.83
Original
Segmented
यतः सूर्य उदेति स्म यत्र च प्रतितिष्ठति सर्वम् तद् यौवनाश्वस्य मान्धातुः क्षेत्रम् उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यतः | यतस् | pos=i |
| सूर्य | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उदेति | उदि | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| च | च | pos=i |
| प्रतितिष्ठति | प्रतिष्ठा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यौवनाश्वस्य | यौवनाश्व | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मान्धातुः | मान्धातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| क्षेत्रम् | क्षेत्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |