महाभारतम् — 12.290.37
Original
Segmented
द्वंद्वानाम् विप्रयोगम् च विज्ञाय कृपणम् नृप अन्योन्य-भक्षणम् दृष्ट्वा भूतानाम् अपि च अशुभम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्वंद्वानाम् | द्वंद्व | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| विप्रयोगम् | विप्रयोग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| विज्ञाय | विज्ञा | pos=vi |
| कृपणम् | कृपण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अन्योन्य | अन्योन्य | pos=n,comp=y |
| भक्षणम् | भक्षण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| भूतानाम् | भूत | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अशुभम् | अशुभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |