महाभारतम् — 12.293.15
Original
Segmented
रति-अर्थम् अभिसंरोधाद् अन्योन्य-गुण-संश्रयात् ऋतौ निर्वर्तते रूपम् तद् वक्ष्यामि निदर्शनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रति | रति | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभिसंरोधाद् | अभिसंरोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अन्योन्य | अन्योन्य | pos=n,comp=y |
| गुण | गुण | pos=n,comp=y |
| संश्रयात् | संश्रय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ऋतौ | ऋतु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| निर्वर्तते | निर्वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वक्ष्यामि | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| निदर्शनम् | निदर्शन | pos=n,g=n,c=2,n=s |