महाभारतम् — 12.293.5
Original
Segmented
कलायाम् जायते ऽजस्रम् पुनः पुनः अबुद्धिमान् धाम तस्य उपयुञ्जन्ति भूय एव तु जायते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कलायाम् | कला | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ऽजस्रम् | अजस्रम् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| अबुद्धिमान् | अबुद्धिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| धाम | धामन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उपयुञ्जन्ति | उपयुज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| भूय | भूयस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |