महाभारतम् — 12.297.7
Original
Segmented
स्वादु-कामुकैः कामानाम् वैतृष्ण्यम् किम् न गच्छसि मधु पश्यसि दुर्बुद्धे प्रपातम् न अनुपश्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वादु | स्वादु | pos=a,comp=y |
| कामुकैः | कामुक | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| कामानाम् | काम | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| वैतृष्ण्यम् | वैतृष्ण्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| किम् | किम् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| गच्छसि | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| मधु | मधु | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पश्यसि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| दुर्बुद्धे | दुर्बुद्धि | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| प्रपातम् | प्रपात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| अनुपश्यसि | अनुपश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |