महाभारतम् — 12.3.1
Original
Segmented
नारद उवाच कर्णस्य बाहु-वीर्येण प्रश्रयेण दमेन च तुतोष भृगुशार्दूलो गुरु-शुश्रूषया तथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नारद | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कर्णस्य | कर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| बाहु | बाहु | pos=n,comp=y |
| वीर्येण | वीर्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| प्रश्रयेण | प्रश्रय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| दमेन | दम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| तुतोष | तुष् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भृगुशार्दूलो | भृगुशार्दूल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| शुश्रूषया | शुश्रूषा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |