महाभारतम् — 12.3.22
Original
Segmented
शापस्य अन्तः भवेद् ब्रह्मन्न् इति एवम् तम् अथ अब्रुवम् भविता भार्गवे राम इति माम् अब्रवीद् भृगुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शापस्य | शाप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अन्तः | अन्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| ब्रह्मन्न् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| अब्रुवम् | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
| भविता | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| भार्गवे | भार्गव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| राम | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| अब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भृगुः | भृगु | pos=n,g=m,c=1,n=s |