महाभारतम् — 12.30.33
Original
Segmented
ततः कदाचिद् भगवान् पर्वतो ऽनुससार ह वनम् विरहितम् किंचित् तत्र अपश्यत् स नारदम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
| भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पर्वतो | पर्वत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽनुससार | अनुसृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विरहितम् | विरहित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| अपश्यत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नारदम् | नारद | pos=n,g=m,c=2,n=s |