महाभारतम् — 12.302.14
Original
Segmented
अग्राह्याव् ऋषि-शार्दूल कथम् एको हि अचेतनः चेतनावत् तथा च एकः क्षेत्रज्ञ इति भाषितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अग्राह्याव् | अग्राह्य | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
| शार्दूल | शार्दूल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| एको | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अचेतनः | अचेतन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| चेतनावत् | चेतनावत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| च | च | pos=i |
| एकः | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्षेत्रज्ञ | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| भाषितः | भाष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |