महाभारतम् — 12.306.57
Original
Segmented
जैगीषव्यस्य असितस्य देवलस्य च मे श्रुतम् पराशरस्य विप्र-ऋषेः वार्षगण्यस्य धीमतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जैगीषव्यस्य | जैगीषव्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| असितस्य | असित | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| देवलस्य | देवल | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| पराशरस्य | पराशर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विप्र | विप्र | pos=n,comp=y |
| ऋषेः | ऋषि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वार्षगण्यस्य | वार्षगण्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |