महाभारतम् — 12.306.66
Original
Segmented
निःसंदिग्धम् प्रबुद्धः त्वम् बुध्यमानः चराचरम् श्रोतुम् इच्छामि तत् ज्ञानम् घृतम् मण्ड-मयम् यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निःसंदिग्धम् | निःसंदिग्ध | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्रबुद्धः | प्रबुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| बुध्यमानः | बुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| चराचरम् | चराचर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| घृतम् | घृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मण्ड | मण्ड | pos=n,comp=y |
| मयम् | मय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |