महाभारतम् — 12.306.93
Original
Segmented
गो कोटिम् स्पर्शयामास हिरण्यस्य तथा एव च रत्न-अञ्जलिम् अथ एकम् च ब्राह्मणेभ्यो ददौ तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गो | गो | pos=i |
| कोटिम् | कोटि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| स्पर्शयामास | स्पर्शय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हिरण्यस्य | हिरण्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| अञ्जलिम् | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| एकम् | एक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| ब्राह्मणेभ्यो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| ददौ | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तदा | तदा | pos=i |