महाभारतम् — 12.307.8
Original
Segmented
सर्व-भूत-समुच्छेदः स्रोतसा इव उह्यते सदा उह्यमानम् निमज्जन्तम् अप्लवे काल-सागरे जरा-मृत्यु-महा-ग्राहे न कश्चिद् अभिपद्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| भूत | भूत | pos=n,comp=y |
| समुच्छेदः | समुच्छेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्रोतसा | स्रोतस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| उह्यते | वह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सदा | सदा | pos=i |
| उह्यमानम् | वह् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| निमज्जन्तम् | निमज्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अप्लवे | अप्लव | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| काल | काल | pos=n,comp=y |
| सागरे | सागर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| जरा | जरा | pos=n,comp=y |
| मृत्यु | मृत्यु | pos=n,comp=y |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| ग्राहे | ग्राह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| न | न | pos=i |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अभिपद्यते | अभिपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |