महाभारतम् — 12.309.68
Original
Segmented
दधाति यः स्व-कर्मणा धनानि यस्य कस्यचित् अबुद्धि-मोह-जैः गुणैः शत-एकः एव युज्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दधाति | धा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| धनानि | धन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कस्यचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अबुद्धि | अबुद्धि | pos=n,comp=y |
| मोह | मोह | pos=n,comp=y |
| जैः | ज | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| गुणैः | गुण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| शत | शत | pos=n,comp=y |
| एकः | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| युज्यते | युज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |