महाभारतम् — 12.31.28
Original
Segmented
विवृद्धः किल वीर्येण माम् एषो ऽभिभविष्यति सृञ्जयस्य सुतो वज्र यथा एनम् पर्वतो ददौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विवृद्धः | विवृध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| किल | किल | pos=i |
| वीर्येण | वीर्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| एषो | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽभिभविष्यति | अभिभू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| सृञ्जयस्य | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सुतो | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वज्र | वज्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पर्वतो | पर्वत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ददौ | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |