महाभारतम् — 12.310.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच कथम् व्यासस्य धर्म-आत्मा शुको जज्ञे महा-तपाः सिद्धिम् च परमाम् प्राप्तः तत् मे ब्रूहि पितामह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| व्यासस्य | व्यास | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शुको | शुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जज्ञे | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| तपाः | तपस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| परमाम् | परम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| प्राप्तः | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पितामह | पितामह | pos=n,g=m,c=8,n=s |