महाभारतम् — 12.312.8
Original
Segmented
उक्तवान् च मानुषेण त्वम् पथा गच्छ इति अविस्मितः न प्रभावेण गन्तव्यम् अन्तरिक्ष-चरेन वै
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| मानुषेण | मानुष | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पथा | पथिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| अविस्मितः | अविस्मित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| प्रभावेण | प्रभाव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| गन्तव्यम् | गम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| अन्तरिक्ष | अन्तरिक्ष | pos=n,comp=y |
| चरेन | चर | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| वै | वै | pos=i |