महाभारतम् — 12.313.15
Original
Segmented
तपसा गुरु-वृत्त्या च ब्रह्मचर्येण च अभिभो देवतानाम् पितॄणाम् च अपि अनृणः च अनसूयकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| गुरु | गुरु | pos=a,comp=y |
| वृत्त्या | वृत्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| ब्रह्मचर्येण | ब्रह्मचर्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभिभो | अभिभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| देवतानाम् | देवता | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| पितॄणाम् | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अनृणः | अनृण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अनसूयकः | अनसूयक | pos=a,g=m,c=1,n=s |