महाभारतम् — 12.313.32
Original
Segmented
ज्योतिः आत्मनि न अन्यत्र रतम् तत्र एव च एव तत् स्वयम् च शक्यम् तद् द्रष्टुम् सु समाहित-चेतसा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ज्योतिः | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आत्मनि | आत्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| न | न | pos=i |
| अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
| रतम् | रत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
| सु | सु | pos=i |
| समाहित | समाहित | pos=a,comp=y |
| चेतसा | चेतस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |