महाभारतम् — 12.315.39
Original
Segmented
यः चतुर्भ्यः समुद्रेभ्यो वायुः धारयते जलम् उद्धृत्य आददते च अपः जीमूतेभ्यो ऽम्बरे ऽनिलः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चतुर्भ्यः | चतुर् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| समुद्रेभ्यो | समुद्र | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| वायुः | वायु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धारयते | धारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| जलम् | जल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उद्धृत्य | उद्धृ | pos=vi |
| आददते | आदा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| च | च | pos=i |
| अपः | अप् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| जीमूतेभ्यो | जीमूत | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| ऽम्बरे | अम्बर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| ऽनिलः | अनिल | pos=n,g=m,c=1,n=s |