महाभारतम् — 12.316.1
Original
Segmented
भीष्म उवाच एतस्मिन्न् अन्तरे शून्ये नारदः समुपागमत् शुकम् स्वाध्याय-निरतम् वेद-अर्थान् वक्तुम् ईप्सितान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एतस्मिन्न् | एतद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| अन्तरे | अन्तर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| शून्ये | शून्य | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| नारदः | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समुपागमत् | समुपागम् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| शुकम् | शुक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स्वाध्याय | स्वाध्याय | pos=n,comp=y |
| निरतम् | निरम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| वेद | वेद | pos=n,comp=y |
| अर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वक्तुम् | वच् | pos=vi |
| ईप्सितान् | ईप्सय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |