महाभारतम् — 12.316.21
Original
Segmented
निरामिषा न शोचन्ति त्यज इह आमिषम् आत्मनः परित्यज्य आमिषम् सौम्य दुःख-तापात् विमोक्ष्यसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निरामिषा | निरामिष | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| न | न | pos=i |
| शोचन्ति | शुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| त्यज | त्यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इह | इह | pos=i |
| आमिषम् | आमिष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| परित्यज्य | परित्यज् | pos=vi |
| आमिषम् | आमिष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| तापात् | ताप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| विमोक्ष्यसे | विमुच् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |