महाभारतम् — 12.317.10
Original
Segmented
न अश्रु कुर्वन्ति ये बुद्ध्या दृष्ट्वा लोकेषु संततिम् सम्यक् प्रपश्यतः सर्वम् न अश्रुकर्मन् उपपद्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| अश्रु | अश्रु | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कुर्वन्ति | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| संततिम् | संतति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
| प्रपश्यतः | प्रपश् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अश्रुकर्मन् | अश्रुकर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उपपद्यते | उपपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |