महाभारतम् — 12.317.21
Original
Segmented
अन्तो न अस्ति पिपासायाः तुष्टिः तु परमम् सुखम् तस्मात् संतोषम् एव इह धनम् पश्यन्ति पण्डिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अन्तो | अन्तर् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पिपासायाः | पिपासा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| तुष्टिः | तुष्टि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| संतोषम् | संतोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| धनम् | धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पश्यन्ति | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| पण्डिताः | पण्डित | pos=n,g=m,c=1,n=p |