महाभारतम् — 12.317.27
Original
Segmented
प्राक् संप्रयोगाद् भूतानाम् न अस्ति दुःखम् अनामयम् विप्रयोगात् तु सर्वस्य न शोचेत् प्रकृति-स्थितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्राक् | प्राक् | pos=i |
| संप्रयोगाद् | संप्रयोग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अनामयम् | अनामय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| विप्रयोगात् | विप्रयोग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| सर्वस्य | सर्व | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| शोचेत् | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| प्रकृति | प्रकृति | pos=n,comp=y |
| स्थितः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |