महाभारतम् — 12.318.35
Original
Segmented
इति लोकम् अनाक्रन्दम् मोह-शोक-परिप्लुतम् स्रोतसा सहसा क्षिप्तम् ह्रियमाणम् बलीयसा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनाक्रन्दम् | अनाक्रन्द | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| मोह | मोह | pos=n,comp=y |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| परिप्लुतम् | परिप्लु | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| स्रोतसा | स्रोतस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| सहसा | सहसा | pos=i |
| क्षिप्तम् | क्षिप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| ह्रियमाणम् | हृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| बलीयसा | बलीयस् | pos=a,g=n,c=3,n=s |