महाभारतम् — 12.319.7
Original
Segmented
ततः प्रदक्षिणम् कृत्वा देवर्षिम् नारदम् तदा निवेदयामास तदा स्वम् योगम् परम-ऋषये
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| प्रदक्षिणम् | प्रदक्षिण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| देवर्षिम् | देवर्षि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| नारदम् | नारद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| निवेदयामास | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तदा | तदा | pos=i |
| स्वम् | स्व | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| ऋषये | ऋषि | pos=n,g=m,c=4,n=s |