महाभारतम् — 12.321.24
Original
Segmented
वेदेषु स पुराणेषु स अङ्ग-उपाङ्गेषु गीयसे त्वम् अजः शाश्वतो धाता मतो ऽमृतम् अनुत्तमम् प्रतिष्ठितम् भूत-भवितव्यम् त्वयि सर्वम् इदम् जगत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वेदेषु | वेद | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| स | स | pos=i |
| पुराणेषु | पुराण | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| स | स | pos=i |
| अङ्ग | अङ्ग | pos=n,comp=y |
| उपाङ्गेषु | उपाङ्ग | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| गीयसे | गा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अजः | अज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शाश्वतो | शाश्वत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| धाता | धातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मतो | मन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अनुत्तमम् | अनुत्तम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| प्रतिष्ठितम् | प्रतिष्ठा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| भूत | भू | pos=va,comp=y,f=part |
| भवितव्यम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |