महाभारतम् — 12.324.4
Original
Segmented
ऋषय ऊचुः बीजैः यज्ञेषु यष्टव्यम् इति वै वैदिकी श्रुतिः अज-संज्ञानि बीजानि छागम् न घ्नन्तुम् अर्हथ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ऋषय | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| बीजैः | बीज | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| यज्ञेषु | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| यष्टव्यम् | यज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| इति | इति | pos=i |
| वै | वै | pos=i |
| वैदिकी | वैदिक | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| श्रुतिः | श्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अज | अज | pos=n,comp=y |
| संज्ञानि | संज्ञा | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| बीजानि | बीज | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| छागम् | छाग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| घ्नन्तुम् | हन् | pos=vi |
| अर्हथ | अर्ह् | pos=v,p=2,n=p,l=lat |