महाभारतम् — 12.326.7
Original
Segmented
सहस्र-उदर-बाहुः च अव्यक्त इति च क्वचित् ओंकारम् उद्गिरन् वक्त्रात् सावित्रीम् च तद्-अन्वयाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
| उदर | उदर | pos=n,comp=y |
| बाहुः | बाहु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अव्यक्त | अव्यक्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
| ओंकारम् | ओंकार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उद्गिरन् | उद्गृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वक्त्रात् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| सावित्रीम् | सावित्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| अन्वयाम् | अन्वय | pos=n,g=f,c=2,n=s |