महाभारतम् — 12.328.47
Original
Segmented
मैथुन-उपगतः यस्मात् त्वया अहम् विनिवारितः तस्माद् अन्धो जास्यसि त्वम् मद्-शापात् न अत्र संशयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मैथुन | मैथुन | pos=n,comp=y |
| उपगतः | उपगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| यस्मात् | यस्मात् | pos=i |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| विनिवारितः | विनिवारय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
| अन्धो | अन्ध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| जास्यसि | जन् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| शापात् | शाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| न | न | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |