महाभारतम् — 12.329.10
Original
Segmented
ब्राह्मणानाम् मतिः वाक्यम् कर्म श्रद्धा तपांसि च धारयन्ति महीम् द्याम् च शैत्याद् वाः अमृतम् यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्राह्मणानाम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| श्रद्धा | श्रद्धा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तपांसि | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| धारयन्ति | धारय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| द्याम् | दिव् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| शैत्याद् | शैत्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| वाः | वार् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |