महाभारतम् — 12.329.18
Original
Segmented
अथ हिरण्यकशिपुम् पुरस्कृत्य विश्वरूप-मातरम् स्वसारम् असुरा वरम् अयाचन्त हे स्वसः अयम् ते पुत्रः त्वाष्ट्रः विश्वरूपः त्रिशिरस् देवानाम् पुरोहितः प्रत्यक्षम् देवेभ्यो भागम् अददत् परोक्षम् अस्माकम् ततो देवा वर्धन्ते वयम् क्षीयामः तद् एनम् त्वम् वारयितुम् अर्हसि तथा यथा अस्मान् भजेद् इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अथ | अथ | pos=i |
| हिरण्यकशिपुम् | हिरण्यकशिपु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
| विश्वरूप | विश्वरूप | pos=n,comp=y |
| मातरम् | मातृ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| स्वसारम् | स्वसृ | pos=n,g=,c=2,n=s |
| असुरा | असुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अयाचन्त | याच् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| हे | हे | pos=i |
| स्वसः | स्वसृ | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| पुत्रः | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वाष्ट्रः | त्वाष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विश्वरूपः | विश्वरूप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्रिशिरस् | त्रिशिरस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| देवानाम् | देव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| पुरोहितः | पुरोहित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रत्यक्षम् | प्रत्यक्ष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| देवेभ्यो | देव | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| भागम् | भाग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अददत् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| परोक्षम् | परोक्ष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अस्माकम् | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| ततो | ततस् | pos=i |
| देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वर्धन्ते | वृध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| क्षीयामः | क्षि | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| वारयितुम् | वारय् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| तथा | तथा | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| अस्मान् | मद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| भजेद् | भज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |