महाभारतम् — 12.330.17
Original
Segmented
पृथिवी-नभसी च उभे विश्रुते विश्व-लौकिके तयोः संधारण-अर्थम् हि माम् अधोक्षजम् अञ्जसा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पृथिवी | पृथिवी | pos=n,comp=y |
| नभसी | नभस् | pos=n,g=n,c=1,n=d |
| च | च | pos=i |
| उभे | उभ् | pos=n,g=n,c=1,n=d |
| विश्रुते | विश्रु | pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part |
| विश्व | विश्व | pos=n,comp=y |
| लौकिके | लौकिक | pos=a,g=n,c=1,n=d |
| तयोः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=d |
| संधारण | संधारण | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| अधोक्षजम् | अधोक्षज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अञ्जसा | अञ्जसा | pos=i |