महाभारतम् — 12.332.4
Original
Segmented
तपो हि तप्यमानस्य तस्य यत् स्थानम् परम-आत्मनः न तत् सम्प्राप्नुते कश्चिद् ऋते हि नौ द्विजोत्तम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तपो | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| तप्यमानस्य | तप् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सम्प्राप्नुते | सम्प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऋते | ऋते | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| नौ | मद् | pos=n,g=,c=2,n=d |
| द्विजोत्तम | द्विजोत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |