महाभारतम् — 12.333.10
Original
Segmented
त्रीन् पिण्डान् न्यस्य वै पृथ्व्याम् पूर्वम् दत्त्वा कुशान् इति कथम् तु पिण्ड-संज्ञाम् ते पितरो लेभिरे पुरा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्रीन् | त्रि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पिण्डान् | पिण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न्यस्य | न्यस् | pos=vi |
| वै | वै | pos=i |
| पृथ्व्याम् | पृथ्वी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
| दत्त्वा | दा | pos=vi |
| कुशान् | कुश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| इति | इति | pos=i |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| पिण्ड | पिण्ड | pos=n,comp=y |
| संज्ञाम् | संज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पितरो | पितृ | pos=n,g=,c=1,n=p |
| लेभिरे | लभ् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| पुरा | पुरा | pos=i |