महाभारतम् — 12.334.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच श्रुत्वा एतत् नारदः वाक्यम् नर-नारायण-ईरितम् अत्यन्त-भक्तिमान् देवे एकान्तिन्-त्वम् उपेयिवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| नारदः | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| नर | नर | pos=n,comp=y |
| नारायण | नारायण | pos=n,comp=y |
| ईरितम् | ईरय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| अत्यन्त | अत्यन्त | pos=a,comp=y |
| भक्तिमान् | भक्तिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| देवे | देव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| एकान्तिन् | एकान्तिन् | pos=a,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उपेयिवान् | उपे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |