महाभारतम् — 12.336.21
Original
Segmented
वायुना द्विपदाम् श्रेष्ठ प्रथितो जगदायुषा वायोः सकाशात् प्राप्तः च ऋषिभिः विघस-आशिन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वायुना | वायु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| द्विपदाम् | द्विपद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| प्रथितो | प्रथ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| जगदायुषा | जगदायुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| वायोः | वायु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सकाशात् | सकाशात् | pos=i |
| प्राप्तः | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| ऋषिभिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| विघस | विघस | pos=n,comp=y |
| आशिन् | आशिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |