महाभारतम् — 12.337.50
Original
Segmented
तान् च सर्वान् मया उद्दिष्टान् द्रक्ष्यसे तपसा अन्वितः पुनः द्रक्ष्यसि च अनेक-सहस्र-युग-पर्ययान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| उद्दिष्टान् | उद्दिश् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| द्रक्ष्यसे | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अन्वितः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| द्रक्ष्यसि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| च | च | pos=i |
| अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
| सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
| युग | युग | pos=n,comp=y |
| पर्ययान् | पर्यय | pos=n,g=m,c=2,n=p |