महाभारतम् — 12.34.12
Original
Segmented
व्यलीकम् च अपि यत् तु अत्र चित्त-वैतंसिकम् तव तद्-अर्थम् इष्यते राजन् प्रायश्चित्तम् तद् आचर
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| व्यलीकम् | व्यलीक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
| वैतंसिकम् | वैतंसिक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इष्यते | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रायश्चित्तम् | प्रायश्चित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आचर | आचर् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |