महाभारतम् — 12.347.11
Original
Segmented
सा अहम् धर्मम् विजानन्ती धर्म-नित्ये त्वयि स्थिते सत्-पथम् कथम् उत्सृज्य यास्यामि विषमे पथि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विजानन्ती | विज्ञा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| नित्ये | नित्य | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| स्थिते | स्था | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| सत् | सत् | pos=a,comp=y |
| पथम् | पथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
| यास्यामि | या | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| विषमे | विषम | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| पथि | पथिन् | pos=n,g=,c=7,n=s |