महाभारतम् — 12.347.16
Original
Segmented
एतत् श्रुत्वा महा-प्राज्ञैः तत्र गन्तुम् त्वम् अर्हसि दातुम् अर्हसि वा तस्य दर्शनम् दर्शन-श्रवः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| प्राज्ञैः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| गन्तुम् | गम् | pos=vi |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| दातुम् | दा | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| वा | वा | pos=i |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दर्शन | दर्शन | pos=n,comp=y |
| श्रवः | श्रवस् | pos=n,g=m,c=8,n=s |