महाभारतम् — 12.36.23
Original
Segmented
स्तेयम् तु यस्य अपहरेत् तस्मै दद्यात् समम् वसु विविधेन अभ्युपायेन तेन मुच्येत किल्बिषात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्तेयम् | स्तेय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अपहरेत् | अपहृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| दद्यात् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| समम् | सम | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वसु | वसु | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विविधेन | विविध | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| अभ्युपायेन | अभ्युपाय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| मुच्येत | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| किल्बिषात् | किल्बिष | pos=n,g=n,c=5,n=s |